क्या आप बिना ट्रैफिक लाइट के एक सुनियोजित ट्रैफिक व्यवस्था की कल्पना कर सकते हैं। शायद आपका जवाब होगा, नहीं। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां पर एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है। उस देश के बारे में बहुत सारे लोगों को मालूम नहीं होगा, कुछ लोग यह भी यकीन नहीं कर पाएंगे कि सच में ऐसा कोई देश है जहां ट्रैफिक लाइट नहीं लगा है।
सोशल मीडिया पर लोग पूछते रहते हैं सवाल
सोशल मीडिया कोरा पर लोग एक से बढ़कर एक अजीब सवाल पूछते रहते हैं। ऐसे ही प्रश्न कुछ साल पहले एक यूजर ने पूछा कि ‘कौन सा ऐसा देश है, जहां पर एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है।’ सवाल जितना रोचक था, उतना ही रोचक उसका जवाब भी था। लोग एक से बढ़कर एक रोचक जवाब दे रहे हैं। चलिए अब आप को बताते हैं कि लोगों ने क्या-क्या उत्तर दिया?
इस प्रश्न का एक शख्स ने उत्तर दिया कि वह देश भूटान है। राजधानी थिंपू समेत पूरे भूटान में एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है। भूटान वाले मैनुअल ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम पर विश्वास करते हैं। तो वहीं एक दूसरे शक्श ने बताया कि, आइसैंड, मंगोलिया, भूटान, गिबराल्टर जैसे कई और भी देश हैं जहां पर बहुत ही कम या ट्रैफिक लाइट ही नहीं हैं।
यूजर्स ने सोशल मीडिया पर कई प्रकार के जवाब दिए
बहुत सारे ऐसे यूजर्स को देखा गया जो इन जवाबों से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि कुछ यूजर्स कह रहे हैं कि दुनिया में ऐसा कोई देश हो ही नहीं सकता जहां ट्रैफिक लाइट नहीं है। हालांकि एक यूजर ने कहा कि, भूटान में भले ही ट्रैफिक लाइट नहीं है, लेकिन कोशिश हो रही है कि वहां भी ट्रैफिक लाइट लग सके।
विश्वसनीय रिपोर्ट क्या कहती है?
सोशल मीडिया पर लोगों के जवाब तो आप ने जान लिया, लेकिन चलिए अब हम विश्वसनीय रिपोर्टो की बात करते है कि यह रिपोर्ट क्या कहती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भूटान में एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है। इसके अलावा शॉर्टपीडिया की रिपोर्ट में भी इसी बात का जिक्र किया गया है कि भूटान संसार का एक मात्र ऐसा देश है, जहां ट्रैफिक लाइट नहीं हैं।
वहीं, इसके बारे में BBC की एक रिपोर्ट में बताया गया कि भूटान की राजधानी थिम्फू में सिर्फ एक ट्रैफिक लाइट लगी थी। जो मात्र 24 घंटे के लिए ही मौजूद थी। इस वजह से बाद में उसे भी हटा लिया गया। भूटान में पुलिसकर्मी ही ट्रैफिक व्यवस्था को संभालते हैं, जिसकी वजह से गाड़ियां सड़कों पर आसानी से दौड़ सकती हैं।