Legal Rights: संविधान की रक्षा करना पुलिस का पहला कर्तव्य है, लेकिन कई बार वो अपने कर्तव्य को अच्छी तरह नहीं निभाते हैं। इस वजह से देश के बहुत सारे लोग पुलिस वालों पर यकीन नहीं करते हैं। कानून में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जो पुलिस वाले चाहकर भी नहीं कर सकते, लेकिन फिर भी वो उसका गलत इस्तेमाल करते हैं।
मैं यहां ये नहीं कह रहा हूं कि सभी पुलिस वाले एक जैसे होते हैं, लेकिन कई बार पुलिस ऑफिसर्स अपनी गलतियों की वजह से नौकरी गंवा चुके हैं। आपने यह भी देखा होगा कि पुलिस किसी शख्स को थप्पड़ मारते या उसे पीटते नजर आए हैं। इस वजह से कुछ लोगों के मन में एक सवाल उठ सकता है कि क्या कानून पुलिस को थप्पड़ मारने की इजाजत देता है।
क्या पुलिस किसी अपराधी को थप्पड़ मार सकती है?
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर कुछ ऐसी वीडियो वायरल होती रहती है जिसमे पुलिस ऑफिसर्स को वो भी करते देखा जाता है जिसकी उन्हें इजाजत नहीं है। आपने कई बार देखा होगा कि पुलिस अपराधी को थप्पड़ मारती है, लेकिन भारतीय संविधान उन्हें इसकी इजाजत नहीं देता है। यदि कोई पुलिस ऑफिसर ऐसा कर रहा है तो वो कानून के विरुद्ध जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों को लोगों के बीच जाना आवश्यक है तथा गलत कामों को रोकना भी उसका कर्तव्य है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो किसी को थप्पड़ जड़ दें। भारतीय संविधान के तहत अपराधी कितना बड़ा भी क्यों ना हो उसके साथ मारपीट करने की इजाजत नहीं है। यदि कोई पुलिस वाले आपको थप्पड़ मारता है तो आप इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।
पुलिस वाले के खिलाफ FIR दर्ज करें
यदि कोई पुलिस अधिकारी आपके साथ बदतमीजी या थप्पड़ मारता है तो अप उस पुलिस ऑफिसर्स के ऊपर FIR के माध्यम से शिकाय दर्ज कर सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं तो उस अधिकारी के खिलाफ IPC के सेक्शन 506, 323, 330 और 504 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जब इस तरह के मामले को लेकर लोग FIR करने जाते हैं तो कई बार पुलिस वाले ऐसा करने से मना कर देते हैं। अगर आपके साथ ऐसा हो तो आप DM से संपर्क कर सकते हैं। कुछ लोग यह सोच सकते हैं कि अगर उनके साथ खुद District Magistrate ने गलत बर्ताव किया हो तो उसके विरुद्ध कहां शिकायत दर्ज करें। तो इसके लिए पुलिस स्टेशन में जाकर उस DM के खिलाफ आपको FIR दर्ज करनी होगी।