Chanakya Niti: जीवन को सरल व सुखमय बनाने में आचार्य चाणक्य की नीति बहुत कारगर साबित हो सकती है, लेकिन लोग उसका पालन नहीं करते हैं। चाणक्य अपनी नीति में पति-पत्नी के रिश्ते को लेकर कई बार जिक्र किया है। उस दौरान उन्होंने बताया है कि दांपत्य जीवन बेहतर बनाने के लिए मनुष्य को क्या-क्या करना चाहिए।
आचार्य चाणक्य प्रेम को लेकर भी बहुत सारी बातें कही है जिसमे उन्होंने बताया है कि प्रेम का मतलब क्या होता है तथा मनुष्य को कैसा प्यार करना चाहिए। अगर प्रेम में थोड़ी भी गलती हो जाए तो इंसान का जीवन बर्बाद हो सकता है। इसी वजह से आज हम बताने वाले हैं कि मनुष्य को किस तरह का प्रेम करना भारी पड़ सकता है।
आचार्य चाणक्य के श्लोक
यस्य स्नेहो भयं तस्य स्नेहो दुःखस्य भाजनम्।
स्नेहमूलानि दुःखानि तानि त्यक्तवा वसेत्सुखम्॥
आचार्य चाणक्य अपनी नीति में इस श्लोक के माध्यम से कहते हैं कि प्यार यानी प्रेम से डर उत्पन्न होता है, जिस वजह से वह मनुष्य के लिए सभी दुखों का जड़ है। यदि कोई व्यक्ति सुखी जीवन जीना चाहता है तो उन्हें सबसे पहले प्रेम के बंधन से मुक्त होना होगा। डर उसी के अंदर होता है जो प्यार करते हैं, क्योंकि उन्हें हमेशा खोने का भय होता है जो वो कभी नहीं चाहता।
आचार्य चाणक्य का मानना है कि प्रेम करना कोई गलत काम नहीं है, लेकिन कुछ लोग अंधा प्यार करते हैं जो बहुत बड़ी बेवकूफी है। क्योंकि हद से ज्यादा प्रेम करना मनुष्य के लिए कष्ट का कारण बनता है। जो लोग अंधा प्यार करते हैं उन्हें सामने वालों में कोई कमी नजर नहीं आती है जो आगे चलकर उनके लिए समस्याओं का कारण बनती है। जब मनुष्य के सामने ऐसी स्थिति आती है तब उनके पास चिंता करने के अलावा कुछ नहीं होता है।
पहली नजर में नहीं हो सकता प्यार
आज के दौर में बहुत सारे लोगों को यह कहते सुना जा चुका है जो कहते हैं कि उन्हें पहली नजर में किसी से प्यार हो गया। इसके बारे में आचार्य चाणक्य का कहना है कि किसी भी शख्स को पहली नजर में प्रेम नहीं हो सकता है, क्योंकि वह एक तरह का आकर्षण है जिसकी मुख्य वजह शारीरिक सुंदरता है।
चाणक्य कहते हैं कि प्यार तभी होता है जब एक-दूसरे के बारे में अच्छी तरह समझ जाते हैं। जो व्यक्ति एक-दूसरे को अच्छी जानकर प्यार करते हैं उसका जीवन खुशहाल होता हैं। वहीं, जो लोग अंधा प्रेम करते हैं उनकी जिंदगी नर्क बन जाती है, क्योंकि वो अपने प्रेमी या प्रेमिका के बारे में कुछ नही जानते। इस वजह से आगे चलकर उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।